अंतिम सांस तक लड़ने का हौसला

मनीषा भल्ला 

रेप

यह बात वर्ष 2007 की है, जब उत्तर प्रदेश में मायावती की सरकार थी. सहारनपुर का गांव जमालपुर मुस्लिम बहुल गांव है. यहां गाड़ा जाति के मुसलमानों का दबदबा है, जो बड़ी ज़मीनों के मालिक भी हैं. दलित समाज की स्नेहलता अपनी पांच बेटियों और एक बेटे के साथ इसी गांव में रह रही हैं. स्नेहलता का पति दूसरों के घरों में दूध डालने का काम करता है. उनके पास थोड़ी-सी जमीन है लेकिन पानी नहीं है इसलिए वो किसी काम की नहीं.

स्नेहलता अपनी दास्तां बताने से पहले कहती है ‘’ जी मेरी बेटियां बहुत ज्यादा खूबसूरत हैं...‘’

मैंने कहा कि तुम्हे देखकर लगता ही है कि तुम्हारी बेटियां बहुत खूबसूरत होंगी. फिर वह कहने लगी कि गांव के अमीर और जमींदार घराने का लड़का आलमगीर एक दिन उसके घर आया और बड़ी बेटी से कहकर चला गया कि रात को जंगल में आ जाना. उस समय स्नेहलता घर पर नहीं थी.

बेटी ने आलमगीर से कहा कि ‘’ मेरी मां घर पर नहीं है और मैं नहीं आउंगी.‘’ इस पर आलमगीर ने उसके मुंह पर जोर से थप्पड़ मारा और उसका मोबाइल भी छीन लिया.

स्नेहलता बताती है कि ‘’शाम को जब मैं मनरेगा के काम से घर लौटी तो बच्चों ने मुझे बताया कि आलमीगर आया था और दीदी को बुलाकर गया है. उसने थप्पड़ भी मारे और मोबाइल भी ले गया. फिर रात में मैं और मेरी सास उसके घर गए. उससे पूछा कि तुमने ऐसा क्यों किया ? हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है.‘’

स्नेहलता के अनुसार आलमगीर ने कहा कि अभी तो तुम लोग यहां से चले जाओ क्योंकि मेरे पिता घर पर हैं, कुछ भी हो सकता है. बेटी का मोबाइल आलमगीर के पास ही था. रात को आलमगीर ने स्नेहलता के फोन पर फोन किया कि रक्षा को जंगल में या कोठी पर भेज दो, नहीं तो कुछ हो जाएगा. स्नेहलता का कहना है कि उसने अपनी बेटी रक्षा को तो नहीं भेजा. बल्कि वह खुद रात को अकेली जंगल में चली गई और आलमगीर से पूछा कि ‘’ बता क्या बात है? क्या करना है पूजा का ? जो करना है हिम्मत है तो मेरे साथ करके दिखा.‘’ आलमगीर ने स्नेहलता को वापस भेज दिया.

अगले दिन स्नेहलता पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट लिखवाने के लिए चली गई लेकिन आलमगीर और उसके परिवार ने उसे रास्ते में ही रोक लिया और माफी मांगी. कहा कि अब ऐसा नहीं होगा.

स्नेहलता का कहना है कि मैंने भी सोचा कि जवान बेटी है, अफवाहें फैलेंगी, मेरा ज्यादा नुकसान होगा, इसलिए मैंने छोड़ दिया. करीब तीन साल तक मामला ठंडा रहा. कुछ नहीं हुआ. अब उत्तर प्रदेश में चुनाव हुए और समाजवादी पार्टी की सरकार चुनकर आई. स्नेहलता के अनुसार समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही आलमगीर के हौसले बुलंद हो गए. इस बीच स्नेहलता अपनी बड़ी बेटी की शादी कर चुकी थी.

बलात्कार का सरकारी हौसला
नई सरकार आने के छह महीने बाद की बात है. एक दिन स्नेहलता की तबीयत खराब थी. उसके साढ़े तेरह वर्ष की तीसरे नंबर की बेटी जो विकलांग भी थी, वह स्कूल से आई और कहने लगी कि ‘’मां आज घास मैं ले आती हूं.‘’ वह घास लेने चली तो गई लेकिन लौटकर नहीं आई. रात भर स्नेहलता का परिवार उसे ढूंढता रहा. अगले दिन सुबह 12.30 बजे आलमगीर के खेतों के बगल वाले मोहम्मद अब्दुल के खेत में उसकी लाश मिली.

स्नेहलता बताती हैं कि उसे तन पर कपड़े नहीं थे और उसकी गर्दन काटी हुई थी. उसके अनुसार जहां से उसकी बेटी की लाश मिली है, वहां आलमगीर के ही खेत हैं और वे लोग उस रात अपने खेतों को रात भर पानी लगा रहे थे. गांव के दलित समुदाय के लोगों ने स्नेहलता का साथ दिया.

वह बताती है कि इस बीच आलमगीर का परिवार हमेशा कहता रहता था कि कोठी पर आ जाओ, हम बता देंगे कि किसने मारा है तुम्हारी बेटी को. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बलात्कार साबित हो चुका है. इस मामले में एक ही परिवार के पांच आरोपी थे- आलमगीर, आजम, जुबेर, वाजिद और साजिद लेकिन सजा सिर्फ आलमगीर को हुई. अन्य आरोपियों को छोड़ दिया गया.

सात महीने की जेल काटने के बाद हाल ही में आलमगीर भी बेल पर रिहा होकर घर आ गया है. अब हालात यह हैं कि उसका परिवार लगातार स्नेहलता पर दबाव दे रहा है कि केस वापस ले लिया जाए. स्नेहलता का कहना है कि उसके पति को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. वह अकेले दूध डालने भी नहीं जाता. परिवार का कोई भी व्यक्ति अकेला घर से बाहर नहीं निकलता है.

हालात स्नेहलता के खिलाफ हैं लेकिन वह जिंदादिली से कहती है- ‘’मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगी.‘’

उसके जज्बे के आगे सारी परेशानियां छोटी लग रही हैं. वह अपने बाकि के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ा रही है. खुद अशिक्षित हैं लेकिन बात करने पर बहुत समझदार और सुलझी हुई महिला लगती हैं. उन्हीं की हिम्मत है कि आलमगीर एक दफा सलाखों के पीछे चला गया था. अन्यथा गांव में किसी की हिम्मत नहीं थी कि वह आलमगीर को जवाब दे सके. स्नेहलता कहती हैं- ‘’ वह मेरी बेटी नहीं थी बल्कि समाज की बेटी थी, उसे न्याय न मिला तो आलमगीर जैसे लोग बेटियों से बलात्कार करते रहेंगे.‘’